हैदराबाद: देश की प्रतिष्ठित साहित्यिक संस्था अखिल भारतीय सर्वभाषा संस्कृति समन्वय समिति का 18वाँ राष्ट्रीय अधिवेशन कर्नाटक राज्य के ऐतिहासिक शहर मैसूर में 19 से 21 जून को समपन्न होगा। संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष पण्डित सुरेश नीरव ने मीडिया को यह जानकारी दी।
सुरेश नीरव ने आगे बताया कि अधिवेशन के पहले सत्र में जहाँ पृथ्वी सरंक्षण और विश्व बंधुत्व के ज्वलंत संदर्भ पर आलेश वाचन, पुस्तक प्रदर्शनी, संस्था की बहुराष्ट्रीय पत्रिका प्रज्ञान विश्वम का लोकार्पण होगा। वहीं हैदराबाद (तेलांगना ) के वरिष्ठ साहित्यकार प्रदीप देवीशरण भट्ट के प्रथम कहानी संग्रह ‘काला हंस’ का भी लोकार्पण इसी अवसर पर किया जाएगा।
इसके अलावा 19 व 20 जून को अंतर्राष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन मैसूर के होटल ‘रॉयल इन’ में होगा। साथ ही संस्था द्वारा प्रतिष्ठित अलंकरण से रचनाकारों को सम्मानित किया जाएगा। 21 जून को शैक्षिक पर्यटन कार्यक्रम के साथ अधिवेशन सम्पन्न होगा।
नीरव ने यह भी बताया कि मैसूर में होने वाले इस 18वें अधिवेशन में दिल्ली से पण्डित सुरेश नीरव, मधु मिश्रा, विजय प्रशांत (नौयडा, उप्र), सविता चड्डा, उमंग सरीन (दिल्ली) वीणा मित्तल (गाज़ियाबाद), गुरुग्राम से राजेंद्र निगम, इंदु निगम, सवाई माधोपुर (राज) से मधु मुकुल चतुर्वेदी एवम इंद्रा चतुर्वेदी, इंदौर से दिनेश दवे, छत्तरपुर मध्यप्रदेश से ममता सिंह व अवेंद्र गहरवार, प्रतापगढ (उप्र) से डॉक्टर एल बी तिवारी ‘अक्स’, कानपुर (उप्र) से डॉक्टर रश्मि व अजय कुलश्रेष्ठ, अजय वडोदरा गुजरात से डॉक्टर राखी सिंह कटियार, बेंगलुरु (कर्नाटक) से डॉक्टर ज्ञान चंद मर्मज्ञ, कविता सिंह प्रभा, दर्शन बेज़ार, सुधा अह्लूवालिया, श्रीलाल जोशी, राही राज, बिहार से ऋषि सिन्हा, उत्तराखण्ड से सुभाष सैनी, सुमन सैनी, मुम्बई महाराष्ट्र से प्रसिद्ध संगीतकार दम्पती शिव राजौरिया व डॉक्टर ज्योत्सना राजौरिया, डॉक्टर ऋचा सिन्हा, तेलांगाना हैदराबाद से वरिष्ठ साहित्य्कार प्रदीप देवीशरण भट्ट अपनी-अपनी साहित्यिक आहुति देंगे।
गौरतलब है कि अखिल भारतीय सर्वभाषा संस्कृति समन्वय समिति देश में भाषाओं के उन्न्यन को समर्पित अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक प्रतिष्ठित एक गैर सरकारी संस्था है जो अभी तक दिल्ली, मुम्बई, गुवाहाटी, गोवा, जम्मू एवं काश्मीर, शिमला (हिमाचल) बेंगलुरु (कर्नाटक) पोर्टब्लेयर (अंडमान निकोबार), शिरडी, गाँधी नगर (गुजरात), ब्रदीनाथ (उत्तराखण्ड) ग्वालियर (मध्य प्रदेश), विशाखापट्टणम (आंध्र प्रदेश) और अन्य स्थानों पर अपने अधिवेशन सम्पन्न कर चुकी है।