क्या सीख और संकेत देते हैं रक्षाबंधन और राजनीति? सोचनों को मजबूर करती है यह उदाहरण

देशभर में भाई-बहन के बंधन और स्नेह का प्रतीक राखी का त्योहार मनाया गया हैं। भारतीय संस्कृति की अभिव्यक्ति राखी का त्योहार राजनीतिक नेता और फिल्मी हस्तियां भी अपने-अपने घरों में मनाया हैं और सोशल मीडिया पर इस खुशी को भी साझा किया हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी छोटी-छोटी और प्यारे-प्यारे बच्चों के साथ राखी त्योहार मनाया। इसी बीच आंध्र प्रदेश मुख्य मंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी और उनकी बहन वाईएस शर्मिला के राखी बंधन को लेकर बहस छिड़ गई है।

तेलुगु राज्यों की बात करें तो तेलंगाना के सीएम केसीआर ने प्रगति भवन में अपनी बड़ी बहनों से राखी बंधवाई और मंत्री केटीआर ने अपनी बहन कविता से राखी बंधवाई। वह भी सोशल मीडिया के माध्यम से। हालांकि, क्या आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी की अपनी बहनों ने अपने भाई को राखी बांधी? यह सवाल सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया।

आम तौर पर कहा जाये तो एपी सीएम जगन मोहन रेड्डी की दो छोटी बहनें हैं। उनमें से एक उनकी अपनी बहन वाईएस शर्मिला हैं और दूसरी बहन चाचा वाईएस विवेकानंद रेड्डी की बेटी सुनीता हैं। कुछ साल पहले ये दोनों बहनें वाईएस जगन मोहन रेड्डी को राखी बांधकर शुभकामनाएं देती थीं। लेकिन कुछ सालों से भाई-बहन के बीच कोई वास्तविक रिश्ता नहीं रहा है। यह कहना बेहतर होगा कि दोनों के बीच भाई-बहन का रिश्ता टूट गया। आंध्र प्रदेश में सत्ता में आने के बाद जगन मोहन रेड्डी ने शर्मिला से दूरी बना ली और मतभेद चरम पर पहुंच गए है। इसके साथ ही शर्मिला ने तेलंगाना की राजनीति में कदम रखा और अपनी पार्टी बनाई।

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इसी क्रम में, दूसरी बहन सुनीता का आरोप है कि वाईएस विवेकानंद रेड्डी की हत्या मामले में वाईएस जगन मोहन रेड्डी का हाथ हैं। इस वजह से वह जगन से दूर रह रही हैं। इस पृष्ठभूमि में जगन मोहन रेड्डी की अपनी छोटी बहनों ने राखी नहीं बांधी। कम से कम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शुभकामनाएँ संदेश भी नहीं दी। जहां हर कोई उनके रिश्ते के बारे में बात कर रहा है और सोशल मीडिया पर तस्वीरें पोस्ट कर रहे हैं। वहीं वाईएस शर्मिला ने अपने भाई जगन मोहन रेड्डी का जिक्र तक नहीं किया है। वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के प्रशंसक इस बात पर बहस कर रहे हैं कि क्या भाई और बहनों के बीच का यही बंधन है।

वाईएसआरसीपी कार्यकर्ताओं ने याद दिला रहे है कि वाईएस शर्मिला पिछले कुछ वर्षों से राखी त्योहार के दौरान जगन मोहन रेड्डी को राखी नहीं बांध रही हैं। आखिर बार कुछ लोग टिप्पणी कर रहे हैं कि शर्मिला ने 2018 में जगन को राखी बांधी थी। दूसरी ओर, जगन की अपनी छोटी बहनों ने राखी नहीं बांधी, लेकिन मंत्री विडदला रजनी ने बुधवार को राखी बांधने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। इसके अलावा, काकीनाडा जिले के जग्गमपेट निर्वाचन क्षेत्र में वाईसीपी की कई महिला नेताओं ने भी सीएम जगन को राखी बांधी।

वाईएस शर्मिला रेड्डी का ट्वीट-

वह भाई जो मेरे राजनीतिक उत्थान के दौरान मेरे साथ चल रहे है और मेरे लिए खड़े हैं सभी को राखी के त्योहार की शुभकामनाएं।

कल्वाकुंतला कविता ट्वीट-

‘अम्मा’ का पहला अक्षर ‘अ’ और ‘नान्ना’ (पिता) का आखिरी अक्षर ‘न्ना’ मिला दिया जाए तो वह ‘अन्ना’ (भाई) होता है कहतर बीआरएस एमएलसी कविता ने ट्वीट किया है। क्योंकि कविता के भाई केटीआर राखी के त्योहार के दिन अमेरिका में थे।

कुल मिलाकर लोगों में सवाल उठता है कि जनता की भलाई के लिए काम करने वाले ये नेता खुद के परिवार को नहीं सुधारते है, तो लोगों का भविष्य भला कैसे सुधारते और सवारते हैं? लोग तो यही चाहते है कि जल्द ही वाईएस जगन मोहन रेड्डी और वाईएस शर्मिला की कड़वड़ाहट खत्म हो और राखी त्योहार धूमधाम से मनाये।

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