हैदराबाद : पेरिस पैरालंपिक में मनीष नरवाल ने भारत के लिए एक और पदक जीत लिया है। पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए सिल्वर मेडल पर कब्जा जमाया। मनीष ने 234.9 अंकों के साथ दूसरा स्थान हासिल किया। इस जीत के साथ ही 22 साल के मनीष पैरालंपिक खेलों के इतिहास में एक से ज्यादा मेडल जीतने वाले छठे भारतीय एथलीट बन गए हैं। मनीष नरवाल हरियाणा के बल्लभगढ़ के रहने वाले हैं।
फाइनल में मनीष नरवाल का मुकाबला दक्षिण कोरिया के जियोंगडू जो और चीन के चाओ यांग से था। शुरुआत में मनीष थोड़ा धीमे रहे और पहले प्रयास में 8.8 अंक ही हासिल कर पाए। लेकिन 2020 टोक्यो पैरालंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट विजेता ने शानदार वापसी की।
गोल्ड मेडल के लिए अंतिम दौर में मनीष ने 8.9 अंक हासिल किए, जबकि जियोंगडू ने 10.8 का शानदार स्कोर बनाया। अंतिम प्रयास में, मनीष ने 9.9 अंक हासिल किए, जबकि दक्षिण कोरियाई स्टार ने 8.8 अंक हासिल किए। लेकिन शुरुआती पिछड़ने की वजह से मनीष को रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
एयर पिस्टल SH1 के फाइनल के नतीजे इस प्रकार रहे-
- जियोंगडू जो (दक्षिण कोरिया) – 237.4 अंक
- मनीष नरवाल (भारत)- 234.9 अंक
- चाओ यांग (चीन) – 214.3 अंक
इसके साथ ही पेरिस पैरालंपिक में भारत के कुल चार मेडल हो गए हैं। स्टार निशानेबाज अवनी लेखारा ने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर भारत का खाता खोला था। उसी स्पर्धा में मोना अग्रवाल ने कांस्य पदक अपने नाम किया था। इसके अलावा 100 मीटर टी35 स्पर्धा में प्रीति पाल ने भारत के लिए ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा जमाया था। इस तरह भारत को अबतक एक गोल्ड, एक सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मिल चुके हैं।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही खत्म हुए पेरिस ओलिंपिक्स में भारत ने पूरे गेम्स के दौरान छह मेडल जीते थे जिसमें कोई गोल्ड मेडल शामिल नहीं था। लेकिन, पेरिस पैरालिंपिक्स में गेम्स के महज दूसरे दिन ही भारतीय पैरा-ऐथलीटों ने एक ही दिन में चार मेडल जीतकर अपने अदम्य हौसले और इच्छाशक्ति का जबर्दस्त प्रदर्शन किया है। इसमें ‘वंडर गर्ल’ अवनि लेखरा का शूटिंग में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक भी शामिल है। भारत पदक तालिका में 10वें नंबर पर पहुंच गया है। खास बात यह है कि शुक्रवार को पैरालिंपिक्स में जो चार मेडल भारत ने जीते उसमें तीन देश की बेटियों ने दिलाया है।
अवनि लेखरा पैरालिंपिक गेम्स में दो गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गईं। उन्होंने तोक्यो के बाद पेरिस पैरालिंपिक्स में भी महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल (एसएच 1) स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता। जबकि भारत की ही मोना अग्रवाल को ब्रॉन्ज मेडल मिला। तीन साल पहले तोक्यो में गोल्ड मेडल जीतने वाली 22 साल की अवनि ने 249.7 का स्कोर करके अपना ही 249.6 का पुराना रेकॉर्ड भी तोड़ डाला। वहीं शॉटपुट, पावरलिफ्टिंग और व्हीलचेयर वॉलिबॉल के बाद दो साल पहले शूटिंग में पदार्पण करने वाली मोना ने 228.7 के स्कोर के साथ ब्रॉन्ज मेडल जीता। भारत के पैरालिंपिक्स इतिहास में पहली बार दो शूटर्स ने एक ही इवेंट में मेडल जीते हैं। अवनि अब 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशंस में उतरेंगी जिसमें वह मेडल की प्रबल दावेदार है। पिछली बार तोक्यो में इस स्पर्धा में उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल जीता था।
जयपुर की रहने वाली अवनि पैरालिंपिक्स से पहले स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही थीं। उनकी गॉल ब्लैडर की सर्जरी हुई जिसकी वजह से उन्हें डेढ़ महीने का ब्रेक लेना पड़ा था। सर्जरी की वजह से उनका काफी वजन भी कम हुआ। लेकिन, तमाम मुश्किलों का डटकर सामना करते हुए उन्होंने पेरिस में भारत का परचम लहराया। उन्होंने कहा,‘मैं देश के लिए मेडल जीतकर खुश हूं। अपनी टीम, अपने कोचों और अपने परिवार को धन्यवाद देना चाहती हूं।’ ग्यारह साल की उम्र में एक कार एक्सिडेंट में कमर के नीचे के हिस्से में लकवा मारने के कारण अवनि व्हीलचेयर पर हैं। वह तोक्यो पैरालिंपिक्स में शूटिंग में मेडल जीतने वाली भारत की पहली महिला शूटर बनी थीं। एसएच-1 वर्ग में वे खिलाड़ी होते हैं जिनकी बाजुओं, कमर के निचले हिस्से, पैरों में विकृति होती है या उनकी बाजू नहीं होती है।(एजेंसियां)
Paralympics 2024 : షూటింగ్లో మనీశ్ నర్వాల్కు రజతం
హైదరాబాద్ : పారిస్ పారాలింపిక్స్ 2024 లో రెండో రోజు భారత అథ్లెట్లు అదరగొడుతున్నారు. ఇప్పటికే మూడు పతకాలు దక్కగా.. తాజాగా మరో పతకం భారత్ ఖాతాలో చేరింది. ముఖ్యంగా భారత షూటర్లు పతకాల పంట పండిస్తున్నారు. ఇప్పటికే అవనీ లేఖరా స్వర్ణం సాధించగా.. మోనా అగర్వాల్ కాంస్యంతో మెరిసిన విషయం తెలిసిందే.
అదే జోరును కొనసాగిస్తూ షూటర్ మనీశ్ నర్వాల్ భారత్కు షూటింగ్లో మూడో పతకం అందించాడు. పురుషుల 10 మీటర్ల ఎయిర్ పిస్టల్ ఈవెంట్లో రజతం దక్కించుకున్నాడు. ఫైనల్లో 234.9 స్కోరు చేసిన మనీశ్ రెండో స్థానంలో నిలిచి పతకం సొంతం చేసుకున్నాడు. టోక్యో పారాలింపిక్స్లో మనీశ్ రెండు స్వర్ణాలు సాధించాడు. 50 మీటర్ల పిస్టోల్ ఎస్హెచ్1 వ్యక్తిగత కేటగిరీతోపాటు 10మీటర్ల ఎయిర్ పిస్టల్ ఎస్హెచ్1 మిక్స్డ్ ఈవెంట్లో బంగారు పతకాలు గెలుచుకున్నాడు.
సమ్మర్ పారాలింపిక్స్లో ఒకటి కంటే ఎక్కువ పతకాలు సాధించిన 6వ భారత అథ్లెట్గా మనీశ్ రికార్డు నెలకొల్పాడు. అథ్లెటిక్స్లో 100 మీటర్ల రేసులో ప్రీతి పాల్ కాంస్యం సాధించిన విషయం తెలిసిందే. దీంతో శుక్రవారం ఒకే రోజు భారత్ నాలుగు పతకాలు సాధించింది. అందులో ఓ స్వర్ణం, ఓ రజతం, రెండు కాంస్య పతకాలు ఉన్నాయి. (ఏజెన్సీలు)