हैदराबाद : अयोध्या के नये राम मंदिर में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा होगी। इस प्राण प्रतिष्ठा समारोह में पीएम मोदी समेत देश-दुनिया के तमाम गणमान्य लोग मौजूद रहेंगे। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक प्राण प्रतिष्ठा के बाद राम मंदिर, आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा। राम मंदिर में आम आदमी कब से दर्शन कर पाएगा? क्या कोई शुल्क देना होगा? आरती का समय क्या है? लोगों के मन में ऐसे तमाम सवाल आ रहे है। आइये आपको इन सभी सवालों के जवाब बताते हैं।
राम मंदिर का प्रबंधन श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट कर रहा है। इस ट्रस्ट की स्थापना सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद केंद्र सरकार ने की है। ट्रस्ट ही मंदिर निर्माण की निगरानी भी कर रहा है। देश की नामी कंस्ट्रक्शन कंपनी लॉर्सम एंड टुब्रो मंदिर निर्माण में लगी है। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के बाद यानी 23 जनवरी से आम श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर सकेंगे। अर्थात 22 जनवरी को आम श्रद्धालुओं के दर्शन की व्यवस्था नहीं है। अगले दिन से कपाट दर्शन के लिए खुलेंगे।
अयोध्या में राम मंदिर सुबह 7 से 11.30 बजे तक और दोपहर 2 से शाम 7 बजे तक आम श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खुला रहेगा। दोपहर में करीब ढाई घंटे भोग व विश्राम के लिए मंदिर बंद रहेगा। राम मंदिर में रामलला की दिन में तीन बार आरती होगी। पहली आरती सुबह 6.30 बजे होगी। इसे जागरण या श्रृंगार आरती कहते हैं। दूसरी आरती दोपहर 12 बजे होगी। इसे भोग आरती कहते हैं और तीसरी आरती शाम 7.30 बजे होगी। इसे संध्या आरती कहते हैं।
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अयोध्या के राम मंदिर में आरती में शामिल होने के लिए श्रीराम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से पास लिया जा सकता है। पास के लिए वैध पहचान पत्र (आईडी प्रूफ) होना जरूरी है। ट्रस्ट के मुताबिक एक बार में सिर्फ 30 लोग ही आरती में शामिल हो सकते हैं। अयोध्या के राम मंदिर में दर्शन निशुल्क है। रामलला के दर्शन के लिए किसी भी तरह का कोई शुल्क नहीं देना होगा। दिन में तीन बार आरती होती है। इसके लिए पास जरूर लेना पड़ेगा। जिनके पास पास होगा उन्हीं को आरती में शामिल होने की इजाजत मिलेगी।
अयोध्या के लिए श्रद्धालु रेल, बस अथवा और हवाई मार्ग से जा सकते हैं। अयोध्या रेलवे स्टेशन से मंदिर की दूरी सिर्फ 5 किलोमीटर है। वहां से ऑटो रिक्शा या ई-रिक्शा के जरिए मंदिर पहुंच सकते हैं। इसी तरह अयोध्या के महर्षि वाल्मीकि हवाई अड्डे से मंदिर की दूरी करीब 17 किमी है। लखनऊ हवाई अड्डे से सड़क मार्ग के जरिये भी अयोध्या जा सकते हैं। यह दूरी करीब 160 किमी है।
राम मंदिर निर्माण का कामकाज देख रहे श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मंदिर निर्माण पर करीब 1800 करोड़ रुपए खर्च हुआ है। इसमें मैटेरियल कॉस्ट से लेकर मशीनरी, लेबर के खर्चे वगैरह शामिल हैं। नागर शैली में राम मंदिर का निर्माण किया गया है। अयोध्या के नये राम मंदिर में चार कोनों पर चार और देवताओं के मंदिर हैं। इसमें भगवान शिव, भगवान सूर्य, मां भगवती और भगवान गणेश शामिल है। इसके अलावा अन्नपूर्णा माता और हनुमान जी का भी मंदिर है। (एजेंसियां)
ఎక్కడ చూసినా రామ నామ స్మరణే…
ప్రస్తుతం దేశంలో ఎక్కడ చూసినా రామ నామ స్మరణే వినిపిస్తోంది. వాట్సాప్, ఫేస్బుక్, ఇన్స్టాగ్రామ్, ట్విట్టర్ ఇలా అన్నింట్లో అయోధ్య రామాలయ ప్రారంభోత్సంపైనే చర్చ జరుగుతోంది. జనవరి 22వ తేదీన ప్రధాని నరేంద్ర మోడీ చేతులమీదుగా బాలరాముడి ప్రాణప్రతిష్ట కార్యక్రమం జరుగనుంది. ఈ వేడుకకు అయోధ్య ముస్తాబైంది. అత్యంత వైభవంగా అధికారులు, ట్రస్ట్ సభ్యులు ఏర్పాట్లు చేశారు. ఈ మహా ఘట్టానికి దేశ విదేశాల నుంచి ప్రముఖులు హాజరుకానున్నారు. ఈ క్రమంలో అతిథుల వాహనాల పార్కింగ్కు యూపీ ప్రభుత్వం భారీ ఏర్పాట్లు చేసింది. పార్కింగ్ కోసం ఎటూ తిరుగాల్సిన అవసరం లేకుండా గూగుల్ మ్యాప్లో పార్కింగ్ స్పాట్లను అప్లోడ్ చేశారు. (ఏజెన్సీలు)