तेलंगाना में डिजिटल लाइब्रेरी, इनके लिए होगा मदगार साबित

हैदराबाद: तेलंगाना स्टेट आर्काइव्स एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट जल्द ही एक डिजिटल लाइब्रेरी लॉन्च करेगा। इस लाइब्रेरी से छात्रों, शोधकर्ताओं, इतिहासकारों और इतिहास के शौकीनों के लिए मदगार साहबित होगा। डिजिटल लाइब्रेरी शुरू में 1896 से हैदराबाद सचिवालय की फाइलें, जीएडी, गृह और 1890 से 1947 तक के विभागीय रिकॉर्ड, साथ ही 1880-1880 तक जागीर सहित फारसी अभिलेखागार, भूमि अनुदान लेनदेन और सेना के रिकॉर्ड उपलब्ध कराएगी।

इसके बाद डिजिटल लाइब्रेरी में शाहजहां और औरंगज़ेब युग के 1.55 लाख ऐतिहासिक दस्तावेज़ होंगे। इसका लक्ष्य डिजिटल लाइब्रेरी शुरुआत में संस्थान संग्रह सामग्री को डिजिटल लाइब्रेरी में संदर्भ सामग्री के रूप में उपलब्ध कराएगा। इच्छुक व्यक्ति के अनुरोध पर सामग्री की एक फोटोकॉपी शुल्क के साथ प्रदान की जाएगी।

संस्थान इसके लिए एक नई वेबसाइट विकसित कर रहा है। डिजिटल लाइब्रेरी तक पहुंचने के लिए यूजर आईडी और पासवर्ड की आवश्यकता होती है। यह पंजीकरण के माध्यम से प्रदान की जाएगी। संस्थान ने रिकॉर्डों का डिजिटलीकरण पहले ही शुरू कर दिया था। डिजिटल रूप से रूपांतरित होने के बाद प्रत्येक रिकॉर्ड को एक कैटलॉग दिया जाएगा।

कैटलॉग को डिजिटल लाइब्रेरी में संग्रहीत किया जाएगा। संस्थान की ओर से अब तक 25 हजार से अधिक अभिलेखों का सफलतापूर्वक डिजिटलीकरण किया जा चुका है। संस्थान को विश्वास है कि लोगों को यह काफी लाभदायक साबित होगा।

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