हैदराबाद: डीजीपी महेंद्र रेड्डी ने कहा है कि सैदाबाद सिंगरेणी कॉलानी में छह साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या मामले के आरोपी राजू की आत्महत्या को लेकर कोई संदेह नहीं है। कोणार्क एक्सप्रेस में सवार दो पायलटों ने घटना के तुरंत बाद घनपुर रेलवे स्टेशन मास्टर को इस बारे में सूचित किया है।
हैदराबाद आने के बाद भी उन्होंने रेलवे सूचना केंद्र में उस घटना के बारे में बताया है। खेतों में काम कर रहे किसानों ने भी घटना को प्रत्यक्ष रूप से देखा है। यदि कोई इस मामले को अफवाह फैलाकर गुमराह करने की कोशिश करते हैं तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इसके अलावा रेलवे गैंगमैन को राजू को संदेहास्पद में दिखाई दिया। इसके बाद रेलवे गैंगमैन ही ने राजू के शव को देखकर पुलिस को सूचित किया है। इस घटना को देखने वाले सात चश्मदीद गवाह हैं। उनका बयान भी दर्ज किया गया है। आरोपी राजू की आत्महत्या को लेकर किसी को कोई संदेह नहीं है।
ज्यूडिशियल इंक्वायरी के आदेश
दूसरी ओर तेलंगाना हाईकोर्ट ने सैदाबाद सिंगरेणी कॉलोनी में छह साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले के आरोपी राजू की आत्महत्या पर ज्यूडिशियल इंक्वायरी के आदेश दिया है। हाईकोर्ट ने वरंगल थर्ड मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट को जांच की जिम्मेदारी सौंपी है।
नागरिक अधिकारी संघ के अध्यक्ष प्रोफेसर गड्डम लक्ष्मण ने शु्क्रवार को राजू की मौत पर संदेह व्यक्त करते हुए हाईकोर्ट में याचिका दायर की। कोर्ट ने दायर याचिका को स्वीकार करते हुए चार सप्ताह के भीतर रिपोर्ट सौंपने का वरंगल थर्ड मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट को आदेश दिया है।
इसी क्रम में एडवोकेट जनरल ने बहस को जारी रखते हुए कोर्ट को बताया कि राजू ने आत्महत्या कर ली है। सात गवाहों के बयानों को रिकॉर्ड किया है। राजू के शव के पोर्टमार्टम का भी वीडियो रिकॉर्ड किया है। एडवोकेट जनरल की बहस सुनने के बाद कहा कि वीडियो रिकॉर्ड को वरंगल जिला जज को शनिवार रात 8 बजे तक सौंप दिया जाये।