अमरावती : गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को टैक्स न देने पर अधिकारियों द्वारा अनेक प्रकार से धमकाया जाता है। अब अगर देर से टैक्स दिया गया तो उस पर जुर्माना और ब्याज वसूला जाता है। कर का भुगतान नहीं करने पर जल निकासी, पेयजल और बिजली जैसी सुविधाएं बंद कर दिये जाते हैं।
हाल ही में यह बात सामने आई है कि जनता के वोटों से जीतने वाले आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी पिछले दो साल से सरकार को टैक्स नहीं दिया है। वाईएस जगन मुख्यमंत्री बनने के बाद से मकान और पार्टी कार्यालय का कुल 16.67 लाख रुपये का टैक्स बकाया है। यह मामला तब सामने आया जब ताडेपल्ली नगर पालिका के अधिकारियों ने कर बकाया के संबंध में वेबसाइट पर विवरण रखा।
वाईएस जगन मोहन रेड्डी जब विपक्ष के नेता थे तब ताडेपल्ली में मकान और कार्यालय का निर्माण किया गया था। इसमें दो ब्लॉक हैं। 1750 वर्ग मीटर के क्षेत्र में पार्टी कार्यालय और 219 वर्ग मीटर के क्षेत्र में मकान हैं। ये दोनों वाईएस जगन की पत्नी भारती के नाम पर है। हर साल कार्यालय के लिए 4,41,980 रुपये और मकान के लिए 19,752 रुपये टैक्स का भुगतान करना है।
मगर जगन के सीएम बनने के बाद से इन इमारतों पर कोई टैक्स नहीं दिया गया है। इससे पार्टी कार्यालय पर 13,25,950 रुपये और मकान पर 59,256 रुपये का कर बकाया हो गया है। इसका मतलब है कि वाईएस भारती को नगर पालिका विभाग को 13,85,196 रुपये टैक्स देना है। जुर्माना मिलाकर 16,67,299 बकाया हो गया है। नगर पालिका अधिकारियों ने यह जानकारी वेबसाइट पर रखा है।
अधिकारियों ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री जगन सरकारी भवन में रहते है तो संपत्ति कर के अलावा सभी प्रकार के कर सरकार वहन करती है। यदि निजी मकानों में रहते हैं, तो संबंधित मालिकों को ही टैक्स देना होता है। नियमों के अनुसार वाईएस भारती रेड्डी को मकान और सीएम का कैंप ऑफिस का टैक्स देना है।
इसका खुलासा होने के बाद से नेटिज़न्स सोशल मीडिया में जगन की खिंचाई कर रहे हैं। सवाल कर रहे है कि क्या टैक्स के नियम आम लोगों के लिए लागू होते हैं? क्या आप टैक्स का भुगतान नहीं करेंगे?