हैदराबाद: तेलंगाना में हुजूराबाद विधानसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव को देखते हुए राजनीतिक दल चुनाव की तैयारी में जुट गये हैं। लेकिन केंद्रीय चुनाव आयोग की ओर से राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों को जारी पत्र इस बात के संकेत दे रहा है कि उपचुनाव का कार्यक्रम जारी होने में अभी और समय लग सकता है। सीईसी ने इस महीने की 9 तारीख को पत्र जारी किया।
पत्र में कहा, “पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के अलावा कुछ अन्य राज्यों में विभिन्न कारणों से खाली विधानसभा सीटों के लिए भी उपचुनाव होना है। कोविड हालात को देखते हुए पिछली बार आमचुनाव या उपचुनाव को लेकर कई आदेश और दिशानिर्देश जारी किये हैं। मगर इस बार होने वाले चुनाव को देखते हुए पूर्व में जारी कोविड संबंधित दिशानिर्देशों पर राजनीतिक पार्टियां इस महीने की 30 तारीख तक अपने विचार व्यक्त कर सकती है।
गौरतलब है कि गोवा, मणिपुर, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और पंजाब में विधानसभा चुनावों के अलावा हरियाणा, राजस्थान, कर्नाटक, मेघालय, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में भी उपचुनाव होने हैं। इसी तरह तेलंगाना में ईटेला राजेंदर के इस्तीफे से खाली हुजूराबाद विधानसभा सीट के लिए भी उपचुनाव होना है।
इसी बीच सीईसी ने चुनाव के संचालन पर पार्टियों के विचार मांगे हैं और इस महीने की 30 तारीख तक अपने विचार और सुझाव देने को कहा है। ऐसे हालत में अब हुजूराबाद उपचुनाव की अधिसूचना में जारी होने में देरी हो सकती है।
कहा जा रहा है कि राजनीतिक दलों से सुझाव मिलने के बाद उस पर फैसला लेने में सीआईसी को समय लग सकता है। इसके बाद ही सीईसी आमचुनाव और उपचुनाव पर फैसला ले सकती है। उम्मीद है कि इससे विधान परिषद में खाली छह एमएलसी सीटों के चुनाव पर भी स्पष्टता आएगी। तेलंगाना में कोविड की स्थिति के बारे में तेलंगाना सरकार ने पहले ही चुनाव आयोग को विवरण सौंपा है।