हैदराबाद : फिलीपीन प्राधिकारियों ने मध्य प्रांत में एक संदिग्ध अवैध ‘ऑनलाइन गेमिंग’ और ‘साइबरस्कैम’ परिसर पर कार्रवाई करते हुए लगभगा दो सौ आरोपियों को हिरासत में ले लिया जो इंटरनेट आधारित अपराध को अंजाम दे रहे थे। अधिकारियों ने जानकारी में बताया कि हिरासत में लिए गए अधिकांश आरोपी चीन और इंडोनेशिया के नागरिक हैं।
शनिवार को सौ से अधिक सरकारी एजेंट ने लापु-लापु शहर में एक रिजॉर्ट पर छापेमारी की। राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर ने जुलाई में व्यापक स्तर में ‘ऑनलाइन गेमिंग’ के संचालन पर प्रतिबंध लगाने के आदेश दिए थे जो अधिकांश चीन नागरिकों द्वारा संचालित किए जा रहे हैं। इसके बाद से ही इस तरह की कार्रवाई की जा रही है। राष्ट्रपित मार्कोस ने कहा कि बड़े पैमाने पर संचालित अवैध ‘ऑनलाइन गेमिंग’ में फिलीपीन के कानूनों की अनदेखी की गई और नियमों का उल्लंघन किया। इसके अलावा, यहां वित्तीय घोटाले, मानव तस्करी, यातना, अपहरण और हत्या सहित अन्य अपराधों को भी अंजाम दिया गया।
प्रेसिडेंशियल एंटी-ऑर्गेनाइज्ड क्राइम कमीशन के अनुसार, ‘टूरिस्ट गार्डन रिजॉर्ट’ में इंडोनेशिया के लोगों को ‘ऑनलाइन गेमिंग’ केंद्र में जबरन काम करने के लिए मजबूर किया जा रहा था। मनीला स्थित इंडोनेशिया के दूतावास द्वारा अपने देश के आठ लोगों को बचाने के अनुरोध किए जाने के बाद रिजॉर्ट में छापेमारी की गई। कमीशन ने विस्तृत जानकारी दिए बिना कहा कि कम से कम 162 विदेशी नागरिक “परिसर के भीतर मिले जो कि साइबर अपराध से जुड़े तीन अलग-अलग गिरोह के लिए काम कर रहे थे।’’
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फिलीपीन अधिकारियों के अनुसार, ये गिरोह ऑनलाइन माध्यम से मोहपाश में फंसाकर, गेमिंग और निवेश के माध्यम से लोगों को ठगते थे। आगे बताया कि चीन के 83, इंडोनेशिया के 70, म्यांमा के छह, ताइवान के दो और मलेशिया के एक नागरिक को हिरासत में लिया गया है जिन्हें आव्रजन ब्यूरो द्वारा जांच और संभावित निर्वासन के लिए मनीला ले जाया जाएगा। (एजेंसियां)