आज का सुविचार: वो अच्छा और बुद्धिमान है जो हमेशा सच बोलता है, पुण्य के कामों पर काम करता है और दूसरों को अच्छा और खुश करने की कोशिश करता है। – स्वामी दयानंद सरस्वती
देश-दुनिया में यूं तो हर पल कुछ न कुछ घटित होता रहता है। कुछ घटनाएं इतनी महत्वपूर्ण होती हैं कि इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जाती हैं। कभी- कभी इन्हीं घटनाओं के आधार पर भविष्य के फैसले भी लिए जाते हैं। इसके अलावा आने वाली पीढ़ी को इन घटनाओं के बारे में जानना भी जरूरी होता है। इसके अलावा ये घटनाएं प्रतियोगी परीक्षा और सामान्य ज्ञान के लिए लहजे से भी महत्वपूर्ण होती हैं।
इसी क्रम में भारत के इतिहास में 30 अक्टूबर का दिन काफी दुखद रहा है। क्योंकि असम में एक के बाद एक हुए बम विस्फोटों की पूरा देश कांप उठा था। राजधानी गुवाहाटी और 13 अन्य स्थानों पर 30 अक्टूबर 2008 को हुए इन शक्तिशाली धमाकों ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। इन बम धमाकों में 66 लोगों की मौत हो गई।
देश का यह शांत और हरा भरा इलाका गुवाहाटी धमाकों की आवाज और आंच से झुलसकर रह गया। असम के कोकराझार जिले में तीन जगहों पर, गुवाहाटी में पांच जगहों पर, बोंगाईगांव में तीन और बरपेटा में दो जगहों पर धमाके हुए।
देश-दुनिया में 30 अक्टूबर को दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का ब्यौरा इस प्रकार है-
1485 : हेनरी टुडोर को इंग्लैंड का राजा बनाया गया। हेनरी सप्तम के नाम से पहचाने गए हेनरी टुडोर ने टुडोर वंश की स्थापना की और इंग्लैंड की शक्ति के विस्तार के लिए कई तरह से प्रयास किए।
1883 : स्वामी दयानंद सरस्वती का निधन।
1909 : भारत के भौतिक शास्त्री और परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम के जनक होमी जहांगीर भाभा का जन्म।
1945 : भारत संयुक्त राष्ट्र का सदस्य बना। भारत ने ब्रिटिश शासन के अंतर्गत वास्तविक राष्ट्र के रूप में इस विश्व संगठन की सदस्यता ली।
1956 : दिल्ली में अशोक होटल खुला। यह देश का पहला पांच सितारा आलीशान होटल था।
1961: रूस ने हाइड्रोजन बम में विस्फोट किया, जिसपर दुनियाभर में रोषपूर्ण प्रतिक्रिया व्यक्त की गई।
1974 : मोहम्मद अली ने जार्ज फोरमैन को हराकर विश्व हैवीवेट बाक्सिंग खिताब जीता।
1990: भारत के मशहूर और लोकप्रिय अभिनेता विनोद मेहरा का निधन हुआ था.
1990: प्रसिद्ध अभिनेता और निर्माता-निर्देशक वी शांताराम का निधन हुआ।
1991: अमेरिका के राष्ट्रपति जार्ज बुश ने स्पेन में पश्चिम एशिया शांति सम्मेलन के दौरान अपने ऐतिहासिक भाषण में अरब जगत और इस्राइल को अपना अतीत भुलाकर शांति के रास्ते पर चलने का आह्वान किया।
2008: गुवाहाटी सहित असम के कई हिस्सों में एक के बाद एक कई बम धमाकों में 66 से अधिक व्यक्तियों की मृत्यु।