लेखक प्रवीण प्रणव की नई किताब ‘लिए लुकाठी हाथ’ के लिए वरिष्ठ साहित्यकार प्रोफेसर देवराज के ‘आशीर्वचन’

(ऋषभदेव शर्मा के साहित्य की समीक्षा) लुकाठी के गुणों का अंत नहीं प्रिय प्रवीण जी, ‘लिए लुकाठी हाथ’ की पाण्डुलिपि पढ़ने और फिर कुछ लिख भेजने के लिए इतना कम … Continue reading लेखक प्रवीण प्रणव की नई किताब ‘लिए लुकाठी हाथ’ के लिए वरिष्ठ साहित्यकार प्रोफेसर देवराज के ‘आशीर्वचन’